Wellcome

धातुरत्नाकरः : श्रीमत्तपोगणगगनांगणगगनमणि - सार्वसार्वज्ञशासनसार्वभ्ॐअ सर्वतन्त्रस्वतन्त्र - सूरिचक्रचक्रवर्ति - भट्टारकाचार्यश्रीमद्विजयनेमिसूरी श्र्वरपट्टालंकार - तिलकमञ्जरीटीकादि विविधनिबन्धनिबन्धनबन्धुर - व्याकरणवाचस्पति - शास्त्रविशारद - कविरत्न - भट्टा रकाचार्यश्रीमद्विजयलावण्यसूरि प्रणीतो / संपादक पन्न्यासप्रवरश्रीदक्षविजयो गणीन्द्रः

Material type: TextTextLanguage: san Publication details: सौराष्ट्र : श्रीविजयलावण्य़सूरीश्र्वरज्ञानमन्दिर, 1997Description: 464 p. ; 24 cmSubject(s): संस्कृत व्याकरणDDC classification: S425 GAN
Item type:
Tags from this library: No tags from this library for this title. Log in to add tags.

No. of hits (from 9th Mar 12) :

Powered by Koha