क्या यही सभ्यता है? :
दत्त, माइकेल मधुसूदन
क्या यही सभ्यता है? : बँगला भाषा के दो नाट्य - प्रहसन / माइकेल मधुसूदन दत्त ; अनुवादक हुमायूँ कबीर - प्रयाग : साहित्य भवन प्रा. लि., 1957. - 92 p. ; 18 cm.
बँगला नाटक नाटक का आलोचना
H891.442 DUT
क्या यही सभ्यता है? : बँगला भाषा के दो नाट्य - प्रहसन / माइकेल मधुसूदन दत्त ; अनुवादक हुमायूँ कबीर - प्रयाग : साहित्य भवन प्रा. लि., 1957. - 92 p. ; 18 cm.
बँगला नाटक नाटक का आलोचना
H891.442 DUT