गुर्जरेश्वर कुमारपाल :”धुमकेतु” की चौलुक्य उपन्यास माला का ’बर्बरक - विजेता’ सोरठ - विजेता एवं अवन्तीनाथ के बाद का उपन्यास /
धुमकेतु
गुर्जरेश्वर कुमारपाल :”धुमकेतु” की चौलुक्य उपन्यास माला का ’बर्बरक - विजेता’ सोरठ - विजेता एवं अवन्तीनाथ के बाद का उपन्यास / धुमकेतु ; अनुवादक श्यामू संन्यासी - बम्बई : वोरा एण्ड कम्पनी पब्लिशर्स प्रा. लि., 1967. - 301 p. ; 18 cm.
उपन्यास कल्पना
H823.6 DHU
गुर्जरेश्वर कुमारपाल :”धुमकेतु” की चौलुक्य उपन्यास माला का ’बर्बरक - विजेता’ सोरठ - विजेता एवं अवन्तीनाथ के बाद का उपन्यास / धुमकेतु ; अनुवादक श्यामू संन्यासी - बम्बई : वोरा एण्ड कम्पनी पब्लिशर्स प्रा. लि., 1967. - 301 p. ; 18 cm.
उपन्यास कल्पना
H823.6 DHU