झरते हैं तारे जिस माटी पर /
महापात्र, सीताकान्त
झरते हैं तारे जिस माटी पर / सीताकान्त महापात्र translated by राजेन्द्र प्रसाद मिश्र - 2nd ed. - नई दिल्ली : भारतीय ज्ञानपीठ, 2008. - 64 p. ; 22 cm.
9788126314522
कविताएं
H821.1 MAH
झरते हैं तारे जिस माटी पर / सीताकान्त महापात्र translated by राजेन्द्र प्रसाद मिश्र - 2nd ed. - नई दिल्ली : भारतीय ज्ञानपीठ, 2008. - 64 p. ; 22 cm.
9788126314522
कविताएं
H821.1 MAH